Ashok Chakradhar's message after the successful operation.
Praying for the speedy recovery of the great poet, Ashok Chakradhar
धन्यवाद डाॅ. यश गुलाटी!
मुसीबत काटी!
बाहर निकल आए तार,
राहत अपार।
मुसीबत काटी!
बाहर निकल आए तार,
राहत अपार।
धन्यवाद डाॅ. वलेछा, जिन्होंने दिया,
जनरल एनैस्थीसिया।
जनरल एनैस्थीसिया।
ओटी से कक्ष में लौटा,
आपका ये चैतन्य चिरौटा!
आपका ये चैतन्य चिरौटा!
कष्ट बस दो चार दिन का,
फिर वही रफ्तार-ए-दाना-तिनका।
फिर वही रफ्तार-ए-दाना-तिनका।
और मित्रो
आप सबको शुभकामनाओं के लिए
धन्यवाद,
अब लिखता हूं
चाचा-चंपू संवाद!
आप सबको शुभकामनाओं के लिए
धन्यवाद,
अब लिखता हूं
चाचा-चंपू संवाद!
Praying for the speedy recovery of the great poet, Ashok Chakradhar
चंपू संवाद की प्रतीक्षा हो रही हैं।
जल्दी ठीक हो जाइएगा अशोक भैया,
सब्र का पुल नाजुक होता है,
कही टूट न जाए।
जल्दी ठीक हो जाइएगा अशोक भैया,
सब्र का पुल नाजुक होता है,
कही टूट न जाए।
आपकी speedy recovery के लिए शुभकामनाएं।
बस इतना एहसान करना अशोक भैया ,
डॉक्टर को अपनी कविता न सुनाना,
ऐसा न हो की डॉक्टर मंत्र मुग्द हो जाएँ
और ऑपरेशन किसी और का हो जायें।
डॉक्टर को अपनी कविता न सुनाना,
ऐसा न हो की डॉक्टर मंत्र मुग्द हो जाएँ
और ऑपरेशन किसी और का हो जायें।
शुभकमानों के साथ
श्याम
आज निकलना था
क्षेत्रीय हिंदी सम्मेलन के लिए अमरीका,
लेकिन मिजाज़ बिगड़ा हुआ है
श्रीमान घुटने जी का!
क्षेत्रीय हिंदी सम्मेलन के लिए अमरीका,
लेकिन मिजाज़ बिगड़ा हुआ है
श्रीमान घुटने जी का!
टूट चुके हैं अंदर पड़े तार,
निकालने से ही होगा निस्तार!
निकालने से ही होगा निस्तार!
फंस गए बेकार के टंटे में,
आॅपरेशन होना है
आधे घंटे में!
आॅपरेशन होना है
आधे घंटे में!
जिसे मेरी छोटी-छोटी तकलीफों पर
होता था अवसाद,
वो ऊपर गई नानी
कर रही होगी याद!
थैंकयू नानी,
थैंक्यू बागेश्री रानी!
होता था अवसाद,
वो ऊपर गई नानी
कर रही होगी याद!
थैंकयू नानी,
थैंक्यू बागेश्री रानी!
आज आॅपरेशन के बाद,
मूर्छना टूटने पर लिखूंगा
चाचा चंपू संवाद।
मूर्छना टूटने पर लिखूंगा
चाचा चंपू संवाद।
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